Cheater Husband: हाँ वो बन गया था एक धोखेबाज़! मेरी किस्मत भी कैसी थी कि शादी के सिर्फ 7 महीने बाद ही मुझसे मेरे पति का प्यार छिन गया| आज चाहे मैं कितनी भी सज संवार लूँ, वो मेरी तरफ देखता तक नहीं है! अपने पति का प्यार वापस पाने के लिए आज मैं कुछ भी कर सकती हूँ पर शायद ज़्यादा ज़ोर लगाने से मामला और बिगड़ सकता है, ये सोच कर रुक जाती हूँ! काश किसी स्कूल में ये भी पढ़ाया गया होता कि अगर जीवनसाथी ही धोखेबाज़ निकल जाए तो क्या किया जाए! कैसे deal किया जाए एक cheater husband से?
बहुत खुश हुई थी मै जब पापा ने वापस आकर माँ को ये बताया था की लड़का उनको बहुत पसंद आया| वो बोल रहे थे की आज के ज़माने में कहाँ मिलता है इतना down to earth लड़का! इतना पढ़ा लिखा और समझदार है! अच्छी नौकरी है और अच्छे पैसे भी कमाते है, लेकिन कोई दिखावा नहीं था उसमे| बहुत ही शांत तरीके से लड़के ने हम सभी के बातों का जवाब दिया| हाँ वो अलग बात है कि इस वक़्त पैसे का इंतज़ाम करना बहुत कठिन हो जायेगा पर इतना अच्छा लड़का हाथ से तो नहीं जाने दे सकता न? इतना कह कर पापा ने newspaper उठाया और अपने कमरे में चले गए!
यूँ तो हमारे समाज में रिश्ते मिलने के लिए लड़के का किसी मुख्या धारा वाली नौकरी में होना ज़रूरी है फिर पता नहीं कैसे पापा ने मेरे लिए Gym Trainer को पसंद कर लिया था. मै भी इस बात से खुश थी कि पापा ने कुछ तो अच्छा ही देखा होगा तभी तो बात पक्की कर आये हैं! आखिर वो दिन भी आया जब सारी तैयारियां हुईं और मैं दुल्हन बन के पिता का घर छोड़ के यहाँ ससुराल आ गयी. पर मुझे पता ही कहा था कि नसीब में आगे कुछ बहुत ही बुरा होना लिखा था. मेरा पति एक cheater husband साबित होगा|
मेरे पिता ने सचमुच अपना बहुत सारा पैसा खर्च कर दिया था मेरी शादी पे. हर बाप यही तो सपने देखता है की उसकी बेटी बस सुखी घर में चली जाये| अच्छे से जाँच पड़ताल किया भी था उन्होंने कि लड़का कैसा है और उसके परिवार का उस इलाके में कैसा मान सम्मान होता है| पर गाँव के लोग या आस पास के लोग भी तो नौकरी करने वाले लड़कों को साल में एक दो बार ही मिल पाते हैं या बातचीत कर पाते हैं| ऐसे में किसी को भी सही सही कहाँ से पता चलेगा कि लड़का शहर में शराफत से रहता है या उसके कई सारे चक्कर वक्कर भी हैं?
सबकुछ देख समझ के करने के बाद भी तो पापा को धोखा ही मिला. फिर कैसे लोग कहते हैं कि अरेंज्ड मैरिज ही ज़्यादा बेहतर है? मुझे तो आज ये एहसास हो रहा कि इससे अच्छा तो ये था की मै भी किसी खुद के पसंद लड़के से ही शादी करती. आज मेरी हालत देख के तो मेरे परिवार को ठगा हुआ सा महसूस हो रहा है. पापा ये अफ़सोस करके रोते हैं कि गलती उनकी ही थी और उनको अच्छे से पता करना चाहिए था इनके बारे में! पर मेरी माँ है, जो नसीब को ही कोसती है.
पर अब मैं क्या करूँ जिसके आगे पूरी ज़िंदगी पड़ी है? मै भी तो न जाने कितने अरमान सजा कर आयी थी की ज़िंदगी की सारी खुशियां अपने दामन में समेट लुंगी. पिता ने ये सिखा कर भेजा था कि परिवार में सभी को प्यार और सम्मांन देना! किसको बतायें कि परिवार में तो सब ठीक ही हैं पर पति ही दूर जा चूका है. पहले के कुछ महीनो में उसके व्यवहार से कभी ऐसा नहीं लगा की वो शादी नहीं करना चाहता था, या फिर वो मेरे साथ खुश नहीं है.
कुछ महीनो बाद जब उसका व्यवहार मेरे प्रति बदलने लगा तब समझ आया कि इसकी life में कुछ तो अलग पाक रहा है! ऐसा नहीं है की मेरी सास या परिवार के और लोगों को ये पता नहीं था, लेकिन सबने यही सोचा कि बीवी आ जाएगी तो शायद संभल जायेगा| मैं तो जैसे सुन्न सी ही हो गयी थी जैसे ही मुझे ये पता चला की मेरा पति एक cheater husband है.
शादी के 2 दिनों बाद हम हनीमून पे भी गए थे. सबकुछ बहुत अच्छा सा लग रहा था और मैं तो जैसे धरती पे ही नहीं थी. मुझे इस बात पे गर्व था कि मेरे पिता ने मेरे लिए एक अच्छा लड़का ढूँढा था जो मुझे बहुत प्यार करता था. मेरी हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखता था. पर जमे जब भी उसका फ़ोन खोलने का तरय करती थी तो वो मुझे मना कर देता था. उसका कहना था कि फ़ोन एक private चीज़ है और उसको सबको नहीं दिखना चाहिए. न तुम मेरा फ़ोन लेना और न ही मैं तुम्हारा.
मै उस वक़्त तो यही समझी थी की मुझे अच्छी बात सिखाई जा रही है तो मान लेनी चाहिए. आखिर रिश्तों की बुनियाद भरोसे से ही तो बनती है. यही सोच कर मैंने कभी उसको फ़ोन दिखाने के लिए मजबूर नहीं किया. ये बात भी सच थी की वो भी कभी मेरा फ़ोन देखने की ज़िद नहीं करता था. पर उस समय मुझे लगा की वो भी मुझे ट्रस्ट करता है शायद इसलिए नहीं देखता. मुझे ये समझ कहा आया था की उसको मुझमें कोई इंटरेस्ट ही नहीं था. जिस चीटर हस्बैंड के बाहर खेल चल रहा हो उसको घरवाली पे नज़र रखने से मतलब ही क्या है?
शादी के 3 महीने बाद से मेरे पति का व्यवहार मेरे प्रति बदलने लगा था. ऐसा लगा जैसे की उसने मेरा इस्तेमाल कर लिया और अब उसको मुझमें कोई इंटरेस्ट नहीं है. मैं समझ नहीं पा रही थी कि हुआ क्या है. अब मेरे पास उसकी जासूसी करवाने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं था. फिर मैंने अपने एक कॉलेज के फ्रेंड की मदद लेने की सोची.
मेरा दोस्त खुद भी शादीशुदा था पर उसने मदद करने से मना नहीं किया. अगले ही सप्ताह से उसने Gym Join कर लिया जहाँ पे मेरा पति Gym Trainer का काम करता था. मेरे पति को इसका ज़रा भी अंदाजा नहीं हुआ. मेरा दोस्त हर सुबह Gym जाता पर उसको कुछ भी गलत होता समझ नहीं आ रहा था. क्योंकि उसके हिसाब से मेरा पति पूरी तरह से लोगों को ट्रैन करने में बिजी रहता था. किसी से भी फालतू मतलब रखता हुआ दिखायी तो नहीं दे रहा था.
अब मेरे लिए भी ये बात अजीब लगने लगी थी की अगर इस आदमी का बहार कोई चक्कर नहीं है तो फिर मुझमे इंटरेस्ट कैसे नहीं आ रहा इसको. दिमाग काम ही नहीं कर रहा था कि क्या करूं. फिर मेरे दोस्त ने ही आईडिया दिया की हमें शाम वाले समय में भी Gym जाकर देख लेना चाहिए. फिर उसने अगले दिन से शाम को Gym करना start कर दिया. फिर क्या था जिस बात का डर था वो सच साबित हो ही गया.
मेरे पति का किसी दूसरी औरत के साथ अफेयर चल रहा था जो उसी Gym में आती थी और मुझे तो जैसे सांप सूंघ गया था मेरे दोस्त ने पता कर के बताया कि मेरा पति 3 साल से उसके साथ था. वो एक तलाकशुदा औरत थी जो किसी सरकारी दफ्तर में Assistant थी. मेरे पति को वो पैसे भी खूब दिया करती थी. उस रात जब मैंने अपने पति से इस बात का जिक्र किया तो बहुत ही भयंकर लड़ाई हुई हम दोनों के बीच. वो कह रहा था की मैं चाहे जो करो, मुझे कोई नहीं रोक सकता.
मैंने इन् बातों का ज़िक्र जब अपनी सास और दूसरे परिवार के लोगों से किया तो उनके पास कोई जवाब नहीं था. ये इसलिए भी हुआ क्योंकि ये बात सबलोग पहले से ही जानते थे. मेरे पापा आये और मेरे ससुराल वालों को बहुत बुरा भला कहा. लेकिन सबको पता था की जब मर्द बाहर मुँह मारने लग जाता है तो वो सुनता कहाँ है किसी की भी. 3 महीने में जो मन में खुशियाँ थी कि अच्छा घर मिल गया है वो सारी खुशियां पल में खत्म सी हो गयी थी जैसे.
मुझे खुद की हालत पे जितना रोना नहीं आ रहा था उसे कहीं ज़्यादा रोना मुझे अपने माँ बाप के ठगे हुए से लाचार सूरतों को देख कर आ रहा था. पापा मुझे मेरे मायके लेके आ गए. ससुराल में मेरे लिए बचा भी क्या था. कहते हैं कि पति के साथ ही परिवार मिलता है और पति के छोटे ही वो छूट भी जाता है. मेरे लिए अब दिन भर एक कमरे में पड़े रहना और रोते रहना ही रह गया था. मैं खुद को साहस देने की कोशिश में थी और दुनिया मेरी हालत पे तरस खाने में व्यस्त थी. मेरी ज़िंदगी तो मेरे cheater husband ने ख़राब कर ही दी थी , लेकिन उसके बाद मैंने जो किया उसने सबको हिला कर रख दिया!